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उत्तराखण्ड पुलिस का मिलावटखोरों पर शिकंजा

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साल के इस समय जब नवरात्री, दशहरा व दिवाली की धूम होती है, यही समय होता है जब मिलावटखोर खूब चांदी काटते हैं। नागरिकों की सुविधा व सुरक्षा को देखते हुए मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है।

देहरादून: त्योहारों के इस दौर में अब समय है मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थों का जिनकी मांग तेज़ी से बढ़ने पर है। ऐसे में नागरिकों की सुविधा व सुरक्षा को देखते हुए मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है। जगह-जगह छापेमारी अभियान चलाया जा रहे हैं और मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। आमतौर पर ऐसे अभियान त्योहारों के दौरान ही चलाए जाते हैं।

साल के इस समय जब नवरात्री, दशहरा व दिवाली की धूम होती है, यही समय होता है जब मिलावटखोर खूब चांदी काटते हैं। त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की अधिक मांग के चलते मिलावटखोर अधिक सक्रिय नजर आते हैं। त्योहारों के वक्त दुग्ध उत्पादों  की अधिक मांग होती है और मिलावटखोरों का पूरा का पूरा फोकस दूध से बने खाद्य पदार्थों पर ही रहता है।

दशहरा दीपावली और अन्य त्योहारों के मद्देनजर खाद्य विभाग, पुलिस प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों का संयुक्त अभियान चलाया जाता है। इन अभियानों के जरिए मिलावट करने वालों पर प्रशासन लगाम कसते हुए कार्रवाई करता है। प्रदेश के सभी जिलों में मुस्तैदी के साथ विभागीय अधिकारी और कर्मचारी तैनात हैं।

प्रदेश के डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे धरपकड़ अभियान की जानकारी दी। अशोक कुमार ने कहा कि प्रशासन मुस्तैद है और ऐसे लोगों के खिलाफ धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। अब तक कई लोगों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई है और मिलावटी खाद्य पदार्थों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं।

मिलावटखोर सभी खाद्य पदार्थों में अधिक संख्या में मिलावट करके कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के उद्देश्य से ऐसी हरकतों को अंजाम देते हैं। ये बेहद दुखद है कि इस सस्ते तरीक़े से पैसे बनाने वाले ये लोग सिर्फ पैसे से मतलब रखते हैं चाहें फिर किसी की जान पर बन आए।