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दून एनिमल लवर्स – पशु प्रेम की मिसाल

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देहरादून: सड़कों पर, व गली मोहल्लों में घूमते, आने जाने वालों की खबर रखते ये बेजुबान जानवर, ये गली के कुत्ते। ये कुत्ते हमारे समाज में हमेशा से एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं। न सिर्फ ये हमारे मोहल्लों की सुरक्षा के लिए बिना कहे काम करते हैं, बल्कि प्यार से आप इनको खाना खिला दें, तो पूँछ हिला-हिला कर अपना प्यार भी बखूबी दर्शाते हैं।

लेकिन एक समस्या जो इनके साथ आती है, वो है इनकी देखभाल, खासकर कि तब, जब ये नन्हे-नन्हे प्यारे-प्यारे बच्चों को जन्म देते हैं। ऐसे में सडकों, गली-मुहल्लों में न सिर्फ इनकी संख्या बढ़ जाती है, बल्कि कई बार इन के साथ बहुत बुरा होता है। कभी ये भूख से परेशान यहाँ-वहाँ कूड़े में मुंह मारते हैं, तो कभी किसी गाड़ी के नीचे आकर मारे जाते हैं।

राजधानी देहरादून में पशुओं के प्रति ज़िम्मेदारी व जागरुकता को बढ़ते हुए देखा जा सकता है। शहर में कई संस्थाएं व स्वयंसेवी निस्वार्थ भाव और प्रेम के साथ पशुओं के लिए काम कर रहे हैं।

इस समस्या के चलते शहर की एक संस्था देहरादून एनिमल लवर्स पिछले कई वर्षों से अपने प्रयास द्वारा इन में से कई बेजुबानों का जीवन संवार चुकी है।

देहरादून एनिमल लवर्स की टीम न सिर्फ देसी कुत्तों की नसबंदी, उनके रेस्क्यू, इलाज आदि के लिए काम करते हैं, बल्कि नए जन्म लिए छोटे बच्चों  को गोद लेने के लिए लोगों को जागरूक करते हैं।

एक ऐसी ही एडॉप्शन ड्राइव का राजपुर रोड पर आयोजन किया गया जिसे वी केयर पेट क्लिनिक, बी ब्लंट सैलून, पिनैकल रेजीडेंसी मैनेजमेंट, रिज़ाइन प्रिंटिंग सोलुशंस, हिमालयन फिजियोथेरेपी एंड स्पोर्ट्स फिटनेस के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में कई वालंटियर्स ने भी हिस्सा लिया और लोगों को डॉग एडॉप्शन से सम्बद्ध जानकारी व प्रेरणा दी ।

इस एडॉप्शन ड्राइव के चलते 11 नन्हे बच्चों को उनके परिवार मिले।

कार्यक्रम में ऋचा भूटानी, शिवानी रावत, कीर्ति शुक्ला, उज्ज्वला शर्मा, राधिका बग्गा, अर्पित कथूरिया, कारन कर्णवाल, निधि मिश्रा, गौरव मक्कड़, नितिन सहरावत व विनोद शर्मा ने वालंटियर कर कार्यक्रम को सफल बनाया।

इस ख़ास मुहीम से जुड़ने के लिए देहरादून एनिमल लवर्स के फेसबुक पेज से आप जुड़ सकते हैं और अपना सकते हैं अपना एक छोटा सा साथी।

https://www.facebook.com/dehradunanimallovers/